त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के तहत शनिवार को हो रही मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी गठबंधन पार्टी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा राज्य में सरकार बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
राज्य में बीते 25 वर्षो में सत्तासीन मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व में वाममोर्चा सत्ता से बेदखल होता दिख रहा है। राज्य की 59 सीटों के ताजा रुझानों के मुताबिक, दो दौर की मतगणना पूरी होने के बाद भाजपा 32 सीटों पर आगे है जबकि जनजातीय पार्टी आठ सीटों पर आगे है। रुझानों के मुताबिक, भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन 40 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं, जो बहुमत की 31 सीटों से नौ सीटें अधिक हैं। वाममोर्चा सिर्फ 18 सीटों पर आगे है। भाजपा के महासचिव राम माधव ने यहां संवाददताओं को बताया, “हम त्रिपुरा के रुझानों से खुश हैं, जहां भाजपा 40 से अधिक सीटों से सरकार बनाती दिख रही है।” उन्होंने स्वीकार किया कि माकपा ने त्रिपुरा में कड़ी टक्कर दी है लेकिन लोगों ने बदलाव के लिए मतदान किया है। साल 2013 के विधानसभा चुनाव में वाममोर्चे ने 50 सीटें जीती थी।
कांग्रेस खाता तक खोलने में असफल रही थी। कई उम्मीदवारों की तो जमानत तक जब्त हो गई थी।
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